Showing posts with label भारत के खनिज तथा ऊर्जा संसाधन. Show all posts
Showing posts with label भारत के खनिज तथा ऊर्जा संसाधन. Show all posts

Wednesday, June 15, 2022

खनिज तथा ऊर्जा संसाधन

भारत के खनिज तथा ऊर्जा संसाधन

एक खनिज निश्चित रासायनिक एवं भौतिक गुणधर्मों (विशिष्टताओं) के साथ कार्बनिक या अकार्बनिक उत्पत्ति का एक प्राकृतिक पदार्थ है।

खनिज संसाधनों के प्रकार - खनिज संसाधनों को निम्न प्रकार से भी दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता हैं - 

  1. धात्विक खनिज ः धात्विक खनिज को दो भागों में बाँटा जा सकता हैं - लौह (उदाहरण - लोहा, मैंगनीज, आदि) और अलौह (उदाहरण -ताँबा, बाँक्साइट आदि )
  2. अधात्विक खनिज ः अधात्विक खनिज को दो भागों में बाँटा जा सकता हैं - ईंधन खनिज (उदाहरण - कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि) और अन्य अधात्विक खनिज (उदाहरण - माइका, चूनाप्रस्तर, ग्रेफाइट आदि)
भारत में खनिजों का वितरण - कोयले का लगभग 97 प्रतिशत भाग दामोदर, सोन महानदी और गोदावरी नदियों की घाटियों में पाया जाता हैं। पेट्रोलियम के आरक्षित भंडार असम, गुजरात, तथा मुंबई हाई अर्थात अरब सागर के अपतटीय क्षेत्र में पाए जाते हैं। भारत के खनिज मुख्यतः तीन विस्तृत पट्टियों में फैला हुआ हैं - 
  • उत्तर-पूर्वी पठारी क्षेत्र - इस पट्टी के अंतर्गत छोटानागपुर (झारखंड), ओडिशा के पठार, पं. बंगाल तथा छत्तीसगढ़ के कुछ भाग आते हैं। यहाँ पर लौह अयस्क, कोयला, मैंगनीज, बॉक्साइट व अभ्रक आदि पाए जाते हैं।
  • दक्षिण-पश्चिमी पठार प्रदेश - यह पट्टी कर्नाटक, गोआ, तथा संस्पर्शी तमिलनाडु उच्च भूमि और केरल पर विस्तृत है। केरल में मोनाजाइट तथा थोरियम, और बॉक्साइट क्ले के निक्षेप हैं। गोआ में लौह अयस्क निक्षेप पाए जाते हैं। निवेली लिगनाइट के छोड़कर इस क्षेत्र में कोयला निक्षेपों का अभाव हैं। निवेली लिगनाइट तमिलनाडु में स्थित हैं।
  • उत्तर-पश्चिमी प्रदेश - यह पट्टी राजस्थान में अरावली और गुजरात के कुछ भाग पर फैली हुई है और यहाँ के खनिज धारवाड़ क्रम की शैली से संबद्ध हैं। राजस्थान बलुआ पत्थर, ग्रेनाइट, संगमरमर, जिप्सम तथा मुल्तानी मिट्टी के भी विस्तृत क्षेत्र हैं। गुजरात अपने पेट्रोलियम के लिए जाना जाता हैं। 
कुछ प्रमुख अयस्क के विषय में चर्चा करेंगे-
लौह अयस्क - हमारे देश में इस अयस्क के दो प्रमुख प्रकार - हेमेटाइट तथा मैग्नेटाइट पाए जाते हैं। लौह अयस्क का आरक्षित भंडार - 
  • ओडिशा में लौह अयस्क सुंदरगढ़, मयूरभंज, झार स्थित पहाड़ी श्रृंखलाओं में पाया जाता हैं। यहाँ का महत्वपूर्ण खदानें - गुरूमहिसानी, सुलाएपत, बादामपहाड़ (मयूरभंज), किरुबुरू (केंदूझार) तथा बोनाई (सुंदरगढ़) हैं।
  • कर्नाटक में लौह अयस्क के निक्षेप बल्लारि ज़िले के संदूर-होसपेटे क्षेत्र में तथा चिकमंगलूरू ज़िले की बाबा बूदन पहाड़ियों और कुद्रेमुख तथा शिवमोगा, चित्रदुर्ग और तुमकुरू ज़िलों के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं। 
  • महाराष्ट्र के चंद्रपुर, भंडारा और रत्नागिरि ज़िले में पाए जाते हैं।
  • तेलंगाना के करीम नगर, वारांगल ज़िले में भी पाया जाता हैं।
  • आंध्र प्रदेश के कुरूनूल, कुडप्पा तथा अनंतपुर ज़िले में पाया जाता हैं।
  • तमिलनाडू के सेलम तथा नीलगिरी ज़िले में लौह अयस्क खनन हैं।
कोयला खनिज ः इसका प्रयोग ताप विद्युत उत्पादन तथा लौह अयस्क के प्रगलन के लिए किया जाता है । भारत में सर्वाधिक महत्वपूर्ण गोंडवाना कोयला क्षेत्र दामोदर घाटी में स्थित हैं। सर्वाधिक महत्वपूर्ण कोयला खनन केंद्र मध्य प्रदेश में सिंगरौली कोयला क्षेत्र, छत्तीसगढ़ में कोरबा, ओडिशा में तलचर तथा रामपुर, महाराष्ट्र में चाँदा-वर्धा, तेलंगाना में सिंगरेनी व आंध्र प्रदेश में पांडूर हैं।

नाभिकीय ऊर्जा - नाभिकीय ऊर्जा केउत्पादन में प्रयुक्त होने वाले महत्वपूर्ण खनिज यूरेनियम और थोरियम हैं। यूरेनियम निक्षेप धारवाड़ शैलों में पाए जाते हैं। 
  • यूरेनियम राजस्थान के उदयपुर, अलवर, झुंझुनू ज़िले में पाया जाता हैं।
  • यूरेनियम हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में भी पाया जाता हैं।
  • थोरियम केरल के तटीय क्षेत्र की पुलिन बीच की बालू में मोनाजाइट एवं इल्मेनाइट से प्राप्त किया जाता हैं।

परमाणु ऊर्जा आयोग की स्थापना 1948 में की गई थी और इस दिशा में प्रगति 1954 में ट्रांबे परमाणु ऊर्जा संस्थान की स्थापना के बाद हुई जिसे बाद में 1967 में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के रूप में पुनः नामित किया गया। महत्वपूर्ण नाभिकीय ऊर्जा परियोजनाएँ - 

  • तारापुर (महाराष्ट्र)
  • रावतभाटा (राजस्थान)
  • कलपक्कम (तमिलनाडु)
  • नरोरा (उत्तर प्रदेश)
  • कैगा (कर्नाटक)
  • काकरापाड़ा (गुजरात)
Important Fact- 

  • टंगस्टन उत्पादन के लिए प्रसिद्ध डेगाना खान किस राज्य में स्थित हैं - राजस्थान
  • गुजरात में बड़ौदरा क्षेत्र की मोतीपुरा खान से सफेद संगमरमर का पत्थर निकाला जाता हैं।
  • भारत में सोना कहाँ पाया जाता  हैं - कोलार (कर्नाटक)
  • सबसे अधिक तांबे के अयस्क का भण्डार हैं - राजस्थान
Important Point-
  • भारत लौह उत्पादन में 4th स्थान पर हैं तथा चीन 1st स्थान पर हैं।
  • भारत में लौह का सर्वाधिक उत्पादन सबसे ज्यादा उड़ीसा में होता है तथा भंडारण  कर्नाटक में होता हैं।
  • भारत में सबसे ज्यादा लौह अयस्क में हेमेटाइट पाया जाता हैं।
  • भारत में सबसे ज्यादा तांबा उत्पादन मध्य प्रदेश में होता हैं। 
  • सबसे ज्यादा तांबा का भंडारण राजस्थान में होता हैं।
  • सोना स्वर्ण रेखा नदी के रेत से निकाला जाता हैं।
  • भारत में हीरे का सर्वाधिक उत्पादन मध्य प्रदेश में होता हैं।
  • विश्व् में हीरा का सर्वाधिक उत्पादन रूस करता हैं।
  • सीसा और जस्ता को जुड़वा खनिज कहते हैं।
  • विश्व में भारत कोयला के उत्पादन में 2nd स्थान पर हैं।
  • भारत में सबसे ज्यादा बिटुमिनस प्रकार का कोयला पाया जाता हैं।
This post created by - Vidhi Chaudhary

Popular Posts